Abraham Lincoln biography Hindi – अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय

Abraham Lincoln biography Hindi – अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय – अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति के रूप में अदा अंकल को जाना जाता है. उन्होंने अमरीका में दास प्रथा को जड़ से खत्म कर दिया था. अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब अश्वेत परिवार में वर्ष 12 फरवरी वर्ष 1809 को हुआ था.

संयुक्त राज्य अमेरिका में उन्हें दास प्रथा को जड़ से खत्म करने और अमेरिका में गृह युद्ध के दौरान देश का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है. उस दौरान अब्राहम लिंकन ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया था. अब्राहम लिंकन एक ऐसे व्यक्ति थे जो सदैव सत्य और अच्छाई का पक्ष और न्याय का साथ देते थे. उनको गोली मारकर के हत्या कर दी गई थी. चलिए आज के हमारे इस लेख में हम उनके जीवन के बारे में प्रकाश डालने वाले हैं.

Abraham Lincoln biography Hindi – अब्राहम लिंकन का जीवन परिचय

अब्राहम लिंकन अमेरिका के एक महान राष्ट्रपति माने जाते हैं. इनका जन्म वर्ष 1809 को 12 फरवरी को हुआ था. अब्राहम लिंकन को ज्यादातर लोग उनकी दयालुता, गरीबी उन्मूलन और दास प्रथा से अमेरिका को मुक्त कराने के लिए जानते हैं. ज्यादातर लोग इस बारे में जानकारी रखते हैं कि इनका जन्म सर्दी में कड़ाके की ठंड में लकड़ी के पट्टों से बने एक झोपड़ी में हुआ था.

अपने पढ़ाई के लिए मिलो चलकर के अपने दोस्तों से किताबें उधार लेकर के उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की है. रात में अंगीठी के लो पर की रोशनी पर बैठ कर के उन्होंने किताबें पढ़ी है. इन्होंने अपने जीवन में सूअर काटने से लेकर के लकड़ी काटने तक का सारे काम किया है. अपनी पढ़ाई खत्म करके जब यह वकील बने तो सबसे ईमानदार वकील भी कह लाए थे.

अब्राहम लिंकन के पिता का नाम थॉमस था जो एक मजबूत और साहसी इंसान थे. अब्राहम लिंकन की एक बहन भी थी जिसका नाम सारा और भाई का नाम थॉमस था. इनकी बचपन में ही मौत हो गई थी. जमीन संबंधी विवाद के कारण वर्ष 1817 में अब्राहम लिंकन को केंटकी से इंडियाना के पैरी काउंटी में रहने के लिए आना पड़ा था. यहां पर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी. लेकिन आखिरकार उनके पिता थॉमस ने यहां रहते हुए अपने लिए एक जमीन खरीदी ली थी.

अब्राहम लिंकन जब 9 साल की हुए तो उनकी माता की 5 अक्टूबर वर्ष 1818 में 34 साल की उम्र में ही मौत हो गई थी. उस समय मानव अब्राहम लिंकन का जीवन संपूर्ण उजड़ गया था और अब हम अपने पिता से अलग होते जा रहे थे. अब्राहम लिंकन की माता नैंसी की मृत्यु के बाद वर्ष 1819 में उनके पिता थॉमस लिंकन ने सारा बुश जॉनसन से शादी कर ली थी. जो कि एक विधवा महिला थी और उसके तीन बच्चे भी थे. सारा बुश जॉनसन बहुत ही मजबूत इरादों वाली महिला थी और वह अब हम लिंकन को काफी प्रोत्साहित भी करती थी.

इससे अब्राहम लिंकन को एक मां का प्यार और हौसला अफजाई करने वाला कोई मिल गया था. सारा बॉस जॉनसन अब्राहम लिंकन को पढ़ाई लिखाई में पूरी सहायता करती थी. उन दिनों इंडियाना मे किताबें आसानी से नहीं मिला करती थी जिसकी वजह से थॉमस को किताब लाने बहुत दूर चल कर जाना पड़ता था. अब्राहम लिंकन ने अपनी आरंभिक शिक्षा अपने घर में ही रहकर की की थी.

अब्राहम लिंकन का वकील बनने तक का सफर

वर्ष 1830 में अब्राहम लिंकन अपने परिवार के साथ मैंकाँन काउंटिं में रहने के लिए चले आए थे. उस दौरान अब्राहम लिंकन की उम्र मात्र 22 वर्ष थी वह यहां पर मजदूरी का काम करते थे यहीं पर अब्राहम लिंकन ने लकड़ी काटना और सूअर काटना इत्यादि कार्यों को किया था.

अब्राहम लिंकन का कद 6 फुट 4 इंच का था और वे दुबले-पतले एवं लंबे व्यक्तित्व वाले लड़के थे. इसके बावजूद अब्राहम लिंकन एक मजबूत और गति ले शरीर वाले लड़के थे. दौरान उन्होंने छोटी मोटी नौकरियां की जैसे कि चौकीदार, दुकानदार आदि उन्होंने एक जनरल स्टोर खोल ली थी.

यह सब कुछ उनकी जिंदगी में चलता रहा और कुछ दिनों बाद उनका ध्यान राजनीति की तरफ आकर्षित हुआ. उन्होंने देखा कि वर्ष 1837 में अब्राहम लिंकन ने राजनीति की ओर कदम बढ़ाया और वह पार्टी के नेता भी बन गए. लेकिन इसके बावजूद नाही आर्थिक विकास हो रहा था और ना ही गरीबों को न्याय दिलाने के कारण उन्होंने फैसला किया कि वह वकील बनेंगे. उन्होंने वकालत की पढ़ाई शुरू कर दी.

वर्ष 1844 अब्राहम लिंकन ने विलियम के साथ वकालत का प्रशिक्षण लिया था इसी के साथ कुछ समय बाद वे वकील बन गए. वकालत से उन्होंने ज्यादा पैसे नहीं कमाए, लेकिन उनको उनकी वकालत से मानसिक शांति और संतोष जरूर मिला था. बिल गेट्स के जीवन के बारे में आप यहां पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं.

अपनी वकालत खत्म करने के बाद जब भी उन्हें कोई केस मिलता तो अब्राहम लिंकन उन लोगों से ज्यादा पैसे नहीं लेते थे जो उन्हीं की तरह गरीब थे. एक बार की घटना है जब उन्हें एक केस के लिए $25 दिए गए किंतु उन्होंने $10 क्या-क्या कर वापस कर दिया कि उनकी फीस मात्र $15 ही होती है.

इसी तरह एक बार की घटना है जब एक महिला का केस जीतने के बाद में उनके साथ काम करने वाले वकील ने उनसे ज्यादा पैसे ले लिए किंतु अब्राहम ने उसमें पैसे वापस करने को कहा. अब्राहम लिंकन बिनती इमानदार और सच्चे आदमी थे. उनका कहना था कि ” जब कोई व्यक्ति अच्छा करता है तो अच्छा महसूस करता है और जब बुरा करता है तो बुरा महसूस करता है” और यही उनका धर्म है.

अब्राहम लिंकन की निजी जिंदगी

अब्राहम लिंकन के वकील बनने के बाद में जज डग्लस से यादगार बहस और उसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति बनने तक का सफर के बारे में हर कोई जानता है. शुरुआती जिंदगी में अपनी गरीबी और आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते राजनीतिक जीवन में भी विफलताओं को उनके जीवन की सबसे बड़ी दुखदाई राशि दी घटनाओं के रूप में देखा जाता है.

इन सबके अलावा अब्राहम लिंकन का एक बड़ा पद ऐसा है जिससे लोग आज भी अपरिचित ही रह जाते हैं. इसे केवल वही जानते हैं जिन्हें अब्राहम लिंकन के जीवन में विशेष दिलचस्पी रहती हो. यह एक ऐसी पक्षी है जिसे कुछ लोग उनके जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी भी मानते हैं और यह भी कि अगर यह त्रासदी ना होती तो वे अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं बन पाते. यात्रा सीधी थी उनका दांपत्य जीवन.

अब्राहम लिंकन का विवाह वर्ष 1842 में “स्प्रिंगफील्ड” कस्बे की रहने वाली मैरी टॉड से इनका विवाह हो गया था. उनके नजदीकी और उनके साथ वकालत करने वाले एक वकील विलियम एच हैंडरिंन ने उनके बारे में बताते हुए यह लिखा है कि अब्राहम लिंकन की जीवन में उनका विवाह खुशी का आखिरी दिन था.

वह आगे बताते हुए कहते हैं कि उनकी पत्नी मैरी एक ऊंचे विचार वाली, घमंडी और नक्सली महिला थी जिसे अपना आपा खोने के लिए पूरा शहर जानता था. उनके अनुसार इंसान की महत्वाकांक्षाओं को एक खूबसूरत चित्र के मार्फत दर्ज किया जाए तो वह शर्तिया मैरी टॉड का रूप ले लेगी. विलियम बताते हैं कि कई वर्षों तक उनकी बहन उनकी पत्नी की सहपाठी रही थी वह कहती थी कि मेरी चमक दमक, शक्ति और प्रदर्शन पसंद करती थी और उसकी जानकारी में वह दुनिया की सबसे महत्वाकांक्षी महिला थी.

अमेरिका के चर्चित लेखक डेल कार्नेगी भी लिंकन के बारे में बताते हैं कि शादी के दिनों के बाद ही टॉड अक्सर लिंकन पर चिखती चिल्लाती, उन्हें एक छड़ी के सारे घर से बाहर निकलती हुई देखी जाती थी. वे कहते हैं कि मैरी अब्राहम लिंकन के पहनावे और रहन-सहन से काफी ज्यादा नाराज रहती थी और अक्सर लोगों के सामने उनका मजाक बनाते देखा जाया करता था.

लेकिन, कई सारे अमेरिकी जानकार यह भी मानते हैं कि भले ही उनकी पत्नी पूरी जिंदगी अब्राहम लिंकन को अपने अपमान का बदला लेती रही. लेकिन, यह बात भी सच है अगर अब्राहम लिंकन शायद उससे शादी ना करते तो वे अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं बन पाते. वे कहते हैं कि मैरी पहले से ही बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी थी और व्हाइट हाउस के सपने देखती थी.

उन्होंने डग्लस के बाद ही लिंकन में यह महत्वाकांक्षा देखी थी कि वह एक दिन जरूर एक बड़े नेता बनेंगे. लोग बताते हैं कि अब्राहम लिंकन राजनीतिक गतिविधियों और चिंतन में बहुत ज्यादा ढीले थे. यहां उनकी पत्नी ही थी जो उन्हें हमेशा राजनीतिक सफलता पाने के लिए उकसा थी या उत्साहित करती थी. उनकी पत्नी थी जिन्होंने उनका प्रतिनिधि सभा की सदस्यता के लिए पहली बार नामांकन करवाया था. जिस वजह से वे दो बार सीनेट का चुनाव हारने के बाद भी पीछे नहीं हटे.

अब्राहम लिंकन और अमेरिका में गृह युद्ध

अमेरिका के उत्तरी और दक्षिणी राज्यों के बीच में गृह युद्ध छिड़ गया था. जो की गुलामी की प्रथा को खत्म करने के लिए था. दक्षिणी राज्य के गोरे लोग खेती करने के लिए उत्तरी राज्यों के काले लोगों को बुला करके उन्हें हमेशा बंधक बना लिया करते थे. दक्षिणी राज्य अपना खुद का एक अलग ही देश बनाना चाहता था और उत्तरी राज्य गुलामी को खत्म करके एकजुट होकर के रहना चाहता था.

यही वजह थी कि वर्ष 1861 से लेकर के 1865 तक दक्षिणी राज्य और उत्तरी राज्य के बीच में गृह युद्ध छिड़ गया था. इस ग्रह युद्ध में उतरी राज्य की जीत हुई थी.

इस ग्रह युद्ध में सिर्फ यह कहना काफी नहीं होगा की गुलामी की प्रथा को खत्म करने के लिए योग्य ग्रह युद्ध चलाएं गया था. बल्कि इस गृह युद्ध का अलग अलग विचारधारा होने का विरोध का परिणाम था. दक्षिणी राज्य 17वीं और 18वीं शताब्दी में खेती करने के लिए अफ्रीका से आए गुलामों को हमेशा के लिए गुलाम बनाना चाहते थे. वही जबकि 1801 में उत्तर राज्य में एक प्रथा के खिलाफ कानून बनाया जाता. उत्तरी राज्य के निवासी मशीनी युग में आर्थिक रूप से बहुत प्रगति करने लगे थे और उनकी जनसंख्या तेजी से बढ़ने लगी थी. लेकिन, वहीं दक्षिणी राज्य के लोगों द्वारा अभी भी आधुनिक मशीनों एवं औजार इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. आज भी वे लोग खेती के लिए पुराने औजारों पर ही निर्भर थे. उन्होंने युग के साथ प्रकृति नहीं की और उनकी जनसंख्या में तेजी से बढ़ोतरी नहीं हुई.

गृह युद्ध के दौरान अमेरिका के इस क्षेत्र में तीन मोर्चा बनाए गए थे समुद्री क्षेत्र, मिसिसिपी घाटी का क्षेत्र और पूर्व समुद्र तट के राज्य, दक्षिणी तट पर यूरोप से आयात और निर्यात की चीजों में रोक लगा दी गई और वहां के सबसे बड़े नगर न्यू ऑरलियंस से आत्मसमर्पण कर लिया गया. वर्ष 1863 की शुरुआत उत्तर राज्यों के लिए बहुत ही कठिन साबित हुआ किंतु जैसे जैसे युद्ध और भी आगे बढ़ता गया युद्ध का तख्ता पलट गया. वार्ड 1864 में युद्ध का अंत साफ दिखाई देने लगा. आखिरकार युद्ध समाप्त हुआ. दक्षिण के राज्यों के लिए सख्ती से कानून बनाई गई और आखिरकार गुलामों की प्रथा खत्म करके गुलामों को आजाद करने का कानून बना दिया गया.

अब्राहम लिंकन की मृत्यु

अब्राहम लिंकन की मृत्यु राजधानी वाशिंगटन डीसी के फोर्ड सिनेमाघर में जाने माने अभिनेता और अपराधी जॉन विल्क्स बूथ ने अब्राहम लिंकन को 14 अप्रैल 1865 को गोली मारकर की हत्या कर दी थी. इस तरह एक ईमानदार और देश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति जिन्होंने अमेरिका में गुलामी प्रथा को जड़ से खत्म कर दिया था उनकी मौत हो गई.

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