What is Computer Memory Hindi – कंप्यूटर मेमोरी क्या होती है?

What is Computer Memory Hindi – कंप्यूटर मेमोरी क्या होती है? – हम इंसान किसी भी चीज को याद रखने के लिए चीजों को अपने मस्तिष्क पर याद करके रखते हैं. हमारा मस्तिष्क कंप्यूटर मेमोरी की तरह है कई सारी जानकारियों को इकट्ठा करने में सक्षम होता है.

कहा जाता है कि मनुष्य का मेमोरी कंप्यूटर मेमोरी से 1000 गुना ज्यादा शक्तिशाली होती है. लेकिन इसके बावजूद हम अपने दिमाग का मात्र 5% हिस्से का इस्तेमाल करते हैं. चलिए तो रही बात हमारे मस्तिष्क की, हमारे इस लेख में हम बात करने वाले हैं. What is Computer Memory Hindi – कंप्यूटर मेमोरी क्या होती है?

What is Computer Memory Hindi – कंप्यूटर मेमोरी क्या होती है?

अलग-अलग स्रोत से प्राप्त जानकारी या डाटा, निर्देश और परिणामों को संग्रहित कर भंडारित करना मेमोरी (Memory) कहलाता है.

अगर साधारण भाषा में इसे समझने का प्रयास करें तो, इसे याद रखना भी कहा जाता है. जिसका तात्पर्य यादाश्त होता है. कंप्यूटर याद रखने के लिए जिस उपकरण का सहारा लेता है उसे तकनीकी भाषा में कंप्यूटर मेमोरी (Computer Memory) कहा जाता है. कोई भी कंप्यूटर की मेमोरी इंसान के मस्तिष्क के समान ही होती है.

कंप्यूटर मेमोरी किसी भी तरह के जानकारी को इकट्ठा करने का काम करती है. जरूरत पड़ने पर उस कंप्यूटर की जरूरत के अनुसार उपयोगकर्ता को यह जानकारी उपलब्ध करवाती है.

कंप्यूटर बेसिक कंप्यूटर मेमोरी छोटे-छोटे भागों में भाँटी रहती है. हर एक भाग को एक सेल (Cell) कहते हैं.

कंप्यूटर मेमोरी में उपलब्ध प्रत्येक सेल की अपनी एक अलग पहचान होती है. जिसे सेल एड्रेस (Cell Address) या सेल पथ (Cell Path) जी कैसे हैं. इन्हीं Cells जानकारी इकट्ठा याद आता संग्रहित किया जाता है. इस जानकारी को Binary Digit (0, 1) के रूप में store करता है.

कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार – Types Of Computer Memory

कंप्यूटर में डाटा या जानकारी को स्थाई और अस्थाई रूप में स्टोर करके रखा जाता है. जिसके लिए अलग-अलग प्रकार की मेमोरी इस्तेमाल किया जाता है. जिसे निम्नलिखित प्रकार में वर्गीकृत किया गया है.

[su_note note_color=”#008000″ text_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार – Types of Computer Memory [/su_note]

  1. Cache Memory
  2. Primary Memory
  3. Secondary Memory

[su_box title=” 1. Cache Memory क्या होता है? ” style=”default” box_color=”#008000″ title_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] यह मेमोरी बहुत ही तेज होती है. इस मेमोरी में अधिकतर यानी फ्रिक्वेंटली इस्तेमाल होने वाले प्रोग्राम और निर्देश संग्रहित किए जाते हैं. ताकि, CPU (Central Processing Unit) तेजी से काम कर सके. Cache Memory सीपीयू और मुख्य मेमोरी के बीच स्थित होता है. यानी सीपीयू पहले से ही कैच मेमोरी में स्टोर जानकारी और निर्देश प्राप्त कर लेता है. जिससे कार्य के दोहराव से बचा जा सकता है. क्योंकि उसे आप किसी कार्य के लिए निर्देश और डाटा प्राप्त करने के लिए प्राथमिक स्मृति में नहीं जाना पड़ता है. जिसकी वजह से CPU तेजी से कार्य करता है. Cache Memory मे इन जानकारी एवं डाटा को निर्देशों को ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating system) द्वारा भेजा जाता है. जिन्हें फिर से सीपीयू द्वारा इस्तेमाल कर लिया जाता है इस मेमोरी की स्टोर कैपेबिलिटी लिमिट होती है. यही वजह है कि से बार-बार साफ करना पड़ता है. यह डाटा यूजर के काम का नहीं होता है. [/su_box]

[su_note note_color=”#008000″ text_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] Cache Memory की विशेषताएं [/su_note]

  • कैच मेमोरी प्राथमिक स्मृति से तेज होती है.
  • इसमें डाटा और अस्थाई रूप से संग्रहित रहता है।
  • इसमें अधिकतर इस्तेमाल होने वाले प्रोग्राम में और कार्यों के निर्देश जमा होते हैं.
  • इसकी स्टोरेज क्षमता सीमित होती है.
  • Stored data को यही कारण है कि बार-बार साफ करना होता है.

[su_box title=”2. Primary Memory क्या होता है? ” style=”default” box_color=”#008000″ title_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] प्राइमरी मेमोरी को मुख्य मेमोरी और अस्थाई मेमोरी भी कहा जाता है. यहां मेमोरी सीपीयू का भाग होता है. जहां से सीपीयू जानकारी या डाटा और निर्देश प्राप्त करता है. जहां से सीपीयू प्रोसेस करने के बाद इन जानकारियों को सुरक्षित रखता है. प्राथमिक मेमोरी में वर्तमान में किए जा रहे काम के निर्देश और जानकारी मौजूद होती है. यह मेमोरी आज आई होती है काम खत्म होने के बाद संग्रहित डाटा स्वता डिलीट हो जाती है और अगले काम का डाटा स्टोर हो जाता है. एक सतत प्रक्रिया है अगर कंप्यूटर को बंद होने पर भी सारा डाटा डिलीट हो जाता है.. [/su_box]

[su_note note_color=”#008000″ text_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] Primary Memory के प्रकार [/su_note]

प्राइमरी मेमोरी को दो प्रकार में बांटा जाता है :-

  1. Ram Or Volatile Memory
  2. Rom Or Non-Volatile Memory

[su_note note_color=”#008000″ text_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] Primary Memory की विशेषताएं [/su_note]

  • यह मेमोरी अस्थाई होती है.
  • सीपीयू का भाग होता है.
  • Power Supply कटने पर यार काम खत्म होने के बाद डाटा स्वता डिलीट हो जाता है.
  • इसके बिना कंप्यूटर काम नहीं कर सकता है.
  • अतिरिक्त मेमोरी से तेज होता है.

[su_box title=”3. Secondary Memory क्या होता है?” style=”default” box_color=”#008000″ title_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] सेकेंडरी मेमोरी या द्वितीय मेमोरी या Non-Volatile मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है. इसका इस्तेमाल डाटा को परमानेंटली स्टोर करने के लिए किया जाता है. इस मेमोरी में संग्रहित डाटा हमेशा के लिए सुरक्षित रहता है. जिससे कि उपयोगकर्ता और कंप्यूटर कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सेकेंडरी मेमोरी सीपीयू का भाग नहीं होता है. इसका डाटा पहले मुख्य मेमोरी में जाता है जिसके बाद सीपीयू में इसे इस्तेमाल किया जाता है. इसकी Storage capacity बहुत अधिक होती है. उदाहरण के तौर पर Hard disck, CDs, Pan Drive etc. [/su_box]

[su_note note_color=”#008000″ text_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] Secondary Memory की विशेषताएं [/su_note]

  • यह स्थाई होता है.
  • डाटा हमेशा के लिए संग्रहित रहता है.
  • इसकी गति थोड़ी कम होती है.
  • स्टोर क्षमता बहुत ज्यादा होती है.
  • काम खत्म होने या कंप्यूटर बंद होने पर भी डाटा सुरक्षित रहता है.

कंप्यूटर मेमोरी यूनिट – Computer Memory Unit

कंप्यूटर मेमोरी यूनिट में डाटा या जानकारी 0 और 1 के रूप में संग्रहीत किया जाता है. इन दोनों संख्याओं को बायनरी संख्या (Binary Digits) कहते हैं. प्रत्येक अंक 1 बिट को प्रस्तुत करता है. इसीलिए कंप्यूटर मेमोरी की सबसे छोटी इकाई बिट (Bit) होती है.

मेमोरी के छोटे-छोटे कैरेक्टरिस्टिक को प्रस्तुत करने के लिए इन बायनरी संख्या का एक सेठ बनाया जाता है. इस सेट को बनाने के लिए शुरुआत 8 डिजिट या 8 Bits ( जैसे; 10011001) से होती है. यह 8 Bit जो 1Byte के बराबर होती है. what-is-computer-memory-hindi

इसी तरह जानकारियों को प्रस्तुत करने के लिए इन Bits का और भी बढ़ा सेट बनाया जाता है. चलिए एक सारणी द्वारा इसे हम समझने का प्रयत्न करते हैं.

कंप्यूटर मेमोरी Bits Sets
Bit - 0 या 1
4 Bit - 1 Nibble
2 Nibble और 8 Bits - 1Byte
1024 Byte - 1 KB ( किलो बाइक)
1024 KB - 1 MB ( मेगाबाइट)
1024 MB - 1 GB ( गीगाबाइट)
1024GB - 1 TB ( टेराबाइट)
1024 TB - 1 PB ( पेंटा बाइट)
1024 PB - 1 EB ( एक्साबाइट)
1024 EB - 1ZB (Zetta Byte)

[su_box title=” मेमोरी बाइट से संबंधित मजेदार तथ्य ” style=”default” box_color=”#FFC300″ title_color=”#FFFFFF” radius=”3″ class=”” id=””] Bit को अंग्रेजी के छोटे “b” से प्रस्तुत किया जाता है. और Byte को अंग्रेजी के बड़े “B” से प्रस्तुत किया जाता है. जैसे कि उदाहरण के तौर पर 500Mbps को आप 500MBps के बराबर नहीं मान सकते हैं. क्योंकि 500Mbps का मतलब 500 Mega Bits per second और 500 MBps का मतलब 500 Mega Byte per Second होता है. [/su_box]

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